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आचार्य श्रीराम शर्मा >> मैं क्या हूँ ?

मैं क्या हूँ ?

श्रीराम शर्मा आचार्य

प्रकाशक : युग निर्माण योजना गायत्री तपोभूमि प्रकाशित वर्ष : 2005
पृष्ठ :48
मुखपृष्ठ :
पुस्तक क्रमांक : 4262
आईएसबीएन :00000

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अपनी आत्मा के सच्चे स्वरूप का बोध कराने वाली पुस्तक....

Mai Kya Hun -  a Hindi book by Sriram Sharma Acharya


इस संसार में जानने योग्य अनेक बातें हैं। विद्या के अनेकों सूत्र हैं, खोज के लिए, जानकारी प्राप्तकरने के लिए, अमित मार्ग हैं। अनेकों विज्ञान ऐसे हैं, जिनकी बहुत कुछ जानकारी मनुष्य की स्वाभाविक वृत्ति है। क्यों? कैसे? कहाँ? कब? के प्रश्नहर क्षेत्र में वह फेंकता है। इस जिज्ञासा भाव के कारण ही मनुष्य अब तक इतना ज्ञानसंपन्न और साधनसंपन्न बना है। सचमुच ज्ञान ही जीवन का प्रकाशस्तंभ है।

जानकारी की अनेक वस्तुओं में से "अपने आपकी जानकारी" सर्वोपरि है। हम बाहरी अनेक बातों को जानते हैं या जानने का प्रयत्न करते हैं, पर यह भूल जाते हैं कि हम स्वयं क्या हैं?अपने आपके ज्ञान प्राप्त किए बिना जीवन क्रम बड़ा डॉवाडोल, अनिश्चित और कंटकाकीर्ण हो जाता है। अपने वास्तविक स्वरूप की जानकारी न होने के कारणमनुष्य न सोचने लायक बातें सोचता है और न करने लायक कार्य करता है। सच्ची सुख-शांति का राजमार्ग एक ही है, और वह है-"आत्मज्ञान।"

इस पुस्तक में आत्मज्ञान की शिक्षा है। "मैं क्या हूँ?" इस प्रश्न का उत्तर शब्दोंद्वारा नहीं, वरन् साधना द्वारा हृदयंगम कराने का प्रयत्न इस पुस्तक में किया गया है। यह पुस्तक अध्यात्म मार्ग के पथिकों का उपयोगी पथ प्रदर्शनकरेगी, ऐसी हमें आशा है।

- श्रीराम शर्मा आचार्य

मैं क्या हूँ

अनुक्रम

 

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