मनोरंजक कथाएँ >> बर्फ की रानी और साहसी लड़की बर्फ की रानी और साहसी लड़कीए.एच.डब्यू. सावन
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बच्चों के लिए रोचक एवं मनोरंजक कहानियाँ
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
बर्फ की रानी और साहसी लड़की
बहुत पुरानी बात है। एक लड़का था, जिसका नाम था काई और एक लड़की भी थी,
जिसका नाम जेर्डा। उनके घर अगल-बगल थे तथा वे एक-दूसरे को बहुत चाहते थे
उनके घरों के बीच में एक बाग था, जहां काई व जेर्डा प्रायः खेला करते थे। जेर्डा को गुलाब के फूल इतने पसंद थे कि उसने अपनी व काई की मित्रता पर एक कविता ही गढ़ डाली थी !
‘जब तक बाग में खिलते रहेंगे गुलाब के फूल,
काई और जेर्डा की दोस्ती पर न कभी जमेगी धूल।’
सर्दियों के दिन आए तो बाहर खेलना बंद हो गया। दोनों अंगीठी से गरमाए कमरे में बैठे काई की दादी से बर्फ की रानी की कहानियां सुना करते।
‘वह दुष्ट रानी बर्फ की आंधी बनकर उड़ती है और पाला बनकर खेतों की फसलें नष्ट कर देती है। वह कलियों को जमाकर पत्थर जैसा बना देती है। उसके सीने में दिल नहीं बल्कि बर्फ का एक टुकडा है। वह क्रूर रानी सबके दिल जमाकर अपने जैसा बना देती है..’
दादी कहानी सुनाती रही, और बाहर बर्फीला तूफान मकान को लपेटे में लेने की तैयारी कर रहा था। अचानक एक खिड़की ‘खटाक’ से खुल गई। बर्फानी हवा का एक थपेड़ा काई के मुंह पर लगा और बर्फ की एक सुई उसकी आंख को छेद कर अगले ही क्षण उसके हृदय तक पहुंची और जम गई।
उनके घरों के बीच में एक बाग था, जहां काई व जेर्डा प्रायः खेला करते थे। जेर्डा को गुलाब के फूल इतने पसंद थे कि उसने अपनी व काई की मित्रता पर एक कविता ही गढ़ डाली थी !
‘जब तक बाग में खिलते रहेंगे गुलाब के फूल,
काई और जेर्डा की दोस्ती पर न कभी जमेगी धूल।’
सर्दियों के दिन आए तो बाहर खेलना बंद हो गया। दोनों अंगीठी से गरमाए कमरे में बैठे काई की दादी से बर्फ की रानी की कहानियां सुना करते।
‘वह दुष्ट रानी बर्फ की आंधी बनकर उड़ती है और पाला बनकर खेतों की फसलें नष्ट कर देती है। वह कलियों को जमाकर पत्थर जैसा बना देती है। उसके सीने में दिल नहीं बल्कि बर्फ का एक टुकडा है। वह क्रूर रानी सबके दिल जमाकर अपने जैसा बना देती है..’
दादी कहानी सुनाती रही, और बाहर बर्फीला तूफान मकान को लपेटे में लेने की तैयारी कर रहा था। अचानक एक खिड़की ‘खटाक’ से खुल गई। बर्फानी हवा का एक थपेड़ा काई के मुंह पर लगा और बर्फ की एक सुई उसकी आंख को छेद कर अगले ही क्षण उसके हृदय तक पहुंची और जम गई।
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