सामाजिक >> बैरंग खत बैरंग खतसे. रा. यात्री
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‘बैरंग ख़त’ वह आईना है जिसमें लेखक ने अपने समाज के बहुविध सन्दर्भों को तेज व्यंग्य की धारदार भाषा में व्यक्त किया है।
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