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नारी विमर्श >> स्वयंसिद्धा

स्वयंसिद्धा

अंजली भारती

प्रकाशक : आत्माराम एण्ड सन्स प्रकाशित वर्ष : 2007
पृष्ठ :136
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 5103
आईएसबीएन :81-7043-702-4

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नारी जीवन देने वाली भिक्षुणी नहीं होती वह तो स्वयंसिद्धा है.

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