लोगों की राय

पौराणिक >> भवानी नंदन श्रीगणेश

भवानी नंदन श्रीगणेश

युगेश्वर

प्रकाशक : लोकभारती प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2000
पृष्ठ :242
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 520
आईएसबीएन :0000-0000

Like this Hindi book 3 पाठकों को प्रिय

119 पाठक हैं

लेखक ने संपूर्ण गणेश कथा का संग्रह, संयोजन एवं उनका बुद्धिभाव से संयुक्त संस्थापन किया है। इसी से संपूर्ण उपन्यास जितना भावुक है, उतना ही संदेश निदेशक भी। आँखे खोलने वाला। खुली दृष्टि में लोकोत्तर रंग भरने वाला।

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: Undefined index: 10page.css

Filename: books/book_info.php

Line Number: 553

...Prev |

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book