लोगों की राय

भाषा एवं साहित्य >> प्रसाद की काव्यभाषा

प्रसाद की काव्यभाषा

रचना आनन्द गौड़

प्रकाशक : लोकभारती प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2007
पृष्ठ :199
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 5252
आईएसबीएन :978-81-8031-114

Like this Hindi book 1 पाठकों को प्रिय

287 पाठक हैं

इस पुस्तक में जहाँ एक ओर प्रसाद की काव्य-भाषा का विकासात्मक और प्रतीतिपरक मूल्यात्मक विवेचन किया गया है वहीं दूसरी ओर संवेदना या जनता की चित्तवृत्ति में होने वाले परिवर्तनों के कारण खड़ी बोली के काव्यभाषा के रूप में विकास का भी अत्यंत व्यवस्थित वर्णन है।

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: Undefined offset: -6

Filename: books/book_info.php

Line Number: 553

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

लोगों की राय

No reviews for this book