भाषा एवं साहित्य >> जयशंकर प्रसाद की प्रासंगिकता जयशंकर प्रसाद की प्रासंगिकताप्रभाकर श्रोत्रिय
|
7 पाठकों को प्रिय 192 पाठक हैं |
जयशंकर प्रसाद समुद्र जैसे गहरे और स्नायुमण्डल की तरह जटिल एवं महान रचनाकार हैं। परन्तु वहाँ फूलों की एक घाटी भी है, जिसमें करूणा की धारा बहती है।
A PHP Error was encountered
Severity: Notice
Message: Undefined offset: -1
Filename: books/book_info.php
Line Number: 553
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book