नारी विमर्श >> खरीदा हुआ दुख खरीदा हुआ दुखआशापूर्णा देवी
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आशापूर्णा जी के उपन्यास मूलतः नारी केन्द्रित होते हैं। सृजन की श्रेष्ठ सहभागी होते हुए भी नारी का पुरुष के समान मूल्यांकन नहीं है...
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