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औरतें
औरतें
प्रकाशक :
राजपाल एंड सन्स |
प्रकाशित वर्ष : 2015 |
पृष्ठ :256
मुखपृष्ठ :
पेपरबैक
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पुस्तक क्रमांक : 6655
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आईएसबीएन :9788170289586 |
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218 पाठक हैं
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खुशवन्त सिंह के रोमांचकारी बहुचर्चित उपन्यास The Company of Women का हिन्दी रूपान्तर
Auraten - An Hindi Book by Khushwant Singh
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
‘औरतें’ एक ऐसे सहज, सामान्य, उच्च शिक्षित, स्वयं व्यापार करके धनी बने व्यक्ति की कहानी है जो झगड़ालू बीवी से तलाक हो जाने के बाद हर रात कामवासना की अपनी स्वाभाविक इच्छा की पूर्ति के लिए एक अनेक स्त्रियों से संबंध स्थापित करता है। उसका मानना है कि कामेच्छा ही सच्चे प्यार की मूल आवश्यकता है, और इस उद्देश्य से वह समाचारपत्रों में विज्ञापन देकर अपने लिए संगिनियों की तलाश करता है।
खुशवन्त सिंह के अनुसार ‘औरतें’ उनके दिवास्वप्न हैं, उनकी कल्पनाएं हैं, जिन्हें उन्होंने कलमबद्ध कर दिया है। इस अद्भुत रूप से पठनीय उपन्यास में प्यार, कामेच्छा और जीवन के यथार्थ का अभूतपूर्व सम्मिश्रण है।
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