रहस्य-रोमांच >> गवाही गवाहीसुरेन्द्र मोहन पाठक
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गवाही गवाह के नहीं, इंस्पेक्टर नीलेश गोखले के गले की फांस बन गयी। क्योंकि गवाह खास था...
गवाही गवाह के नहीं, इंस्पेक्टर नीलेश गोखले के गले की फांस बन गयी। क्योंकि गवाह खास था। उसका सगा मांजाया भाई था जो गवाही से न हिलने की जिद ठाने था। अब इंस्पेक्टर गोखले को बड़े मवालियों की धमकी थी- भाई जान से जायेगा, तू भाई से जायेगा।
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