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रहस्य-रोमांच >> तीसरा वार

तीसरा वार

सुरेन्द्र मोहन पाठक

प्रकाशक : राजा पॉकेट बुक्स प्रकाशित वर्ष : 2009
पृष्ठ :317
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 7680
आईएसबीएन :978-81-8491-081

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परमीत मेहरा को रंगीला राजा, मनचला, मजनू, छैला बाबू, रोमियो, कैसानोवा, प्लेब्वाय जैसे कई नामों से पुकारा जा सकता था...

परमीत मेहरा को रंगीला राजा, मनचला, मजनू, छैला बाबू, रोमियो, कैसानोवा, प्लेब्वाय जैसे कई नामों से पुकारा जा सकता था लेकिन उसकी असल जात औकात पहचानने वाला कोई उसे लम्पट, शोहदा या औरतखोर ही कहता। इसी वजह से वीकएण्ड पर कार लेकर दिल्ली की सड़कों पर भटकना उसका पसंदीदा शगल था। फिर एक रोज उसे अपना मैच मिल गया और वो परमीत मेहरा से परमीत मेहरा मरहूम बन गया।

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