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कविता संग्रह >> कहते हैं तब शहंशाह सो रहे थे

कहते हैं तब शहंशाह सो रहे थे

उमाशंकर चौधरी

प्रकाशक : भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशित वर्ष : 2009
पृष्ठ :136
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 7732
आईएसबीएन :978-81-263-1694

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उमा शंकर की कविताएँ अपने मूल स्वर में राजनीतिक हैं और इनके विषय-वस्तु का क्षेत्र व्यापक है...

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