कविता संग्रह >> कहते हैं तब शहंशाह सो रहे थे कहते हैं तब शहंशाह सो रहे थेउमाशंकर चौधरी
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उमा शंकर की कविताएँ अपने मूल स्वर में राजनीतिक हैं और इनके विषय-वस्तु का क्षेत्र व्यापक है...
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