ओशो साहित्य >> लिखा लिखी की है नहीं (कबीर वाणी) लिखा लिखी की है नहीं (कबीर वाणी)ओशो
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कौन है यह? इसे क्या हक है हमें जगाने का? दिखता तो हमारे जैसा है, फिर भी बड़ा भिन्न है।
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