लोगों की राय
उपन्यास >>
अंधी छलांग
अंधी छलांग
प्रकाशक :
राजकमल प्रकाशन |
प्रकाशित वर्ष : 2004 |
पृष्ठ :212
मुखपृष्ठ :
सजिल्द
|
पुस्तक क्रमांक : 8080
|
आईएसबीएन :8126708158 |
|
3 पाठकों को प्रिय
263 पाठक हैं
|
अंधी छलांग...
Andhi Chhalaang - A Hindi Book by Mandakanta Sen
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
अंधी छलाँग नाम तिथि। एक मध्यवित्त परिवार की लड़की। चेहरा अति साधारण। बी.ए. की छात्रा। जीवन की धुरी विद्यालय और घरेलू व्यस्तताएँ। अचानक एक दिन किसी की नजर से नजर मिली और तिथि के शरीर में बिजली दौड़ गई। लड़के का नाम पार्थ। तिथि की एक सहेली का चचेरा भाई। आयु में उससे बारह साल बड़ा। परिवार के विरोध के बावजूद तिथि पार्थ से विवाह करके निहायत निम्नवर्गीय परिस्थितियों में अपने दाम्पत्य जीवन का आरम्भ करती है। और, किराए के इसी अकेले कमरे में उसके सामने जीवन का वह पक्ष खुलता है जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी। बंगला में एक कवि के रूप में प्रतिष्ठित व चर्चित मन्दाक्रान्ता सेन अपने इस पहले उपन्यास में स्त्री-अस्मिता को एक नया विस्तार और नया चेहरा देने का प्रयास करती हैं; साथ ही अपनी संभावनाओं की तरफ भी पाठकों का ध्यान आकर्षित कराती हैं।
मैं उपरोक्त पुस्तक खरीदना चाहता हूँ। भुगतान के लिए मुझे बैंक विवरण भेजें। मेरा डाक का पूर्ण पता निम्न है -
A PHP Error was encountered
Severity: Notice
Message: Undefined index: mxx
Filename: partials/footer.php
Line Number: 7
hellothai