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सामाजिक >> होशियारी खटक रही है

होशियारी खटक रही है

सुभाष चंद्र कुशवाहा

प्रकाशक : अंतिका प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2010
पृष्ठ :128
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 8103
आईएसबीएन :9789380044309

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गाँव की जिन्दगी के तीनों पक्ष सुभाष की इन कहानियों में हैं - जिन्दगी की प्रकृति, उनकी संस्कृति और उनके भीतर मौजूद विकृति।

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