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कर्म का लेख

अशोक प्रियदर्शी

प्रकाशक : सरल प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2011
पृष्ठ :130
मुखपृष्ठ :
पुस्तक क्रमांक : 8507
आईएसबीएन :0

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कर्म का लेख पुस्तक का किंडल संस्करण...

Karm Ka Lekh - A Hindi Ebook By Ashok Priydarshi

किंडल संस्करण


सच पूछिये तो अपनी कहानियों के अलावा मेरे पास कहने को कुछ है ही नहीं। अगर इस संग्रह की उन्नीस कहानियाँ कुछ नहीं कह पायीं तो इन कुछ पंक्तियों में मैं क्या कह लूँगा? और मुझे यह पाठकों की समझ के साथ बेइन्साफी दीखती है कि कहानियों के सम्बन्ध में कुछ कहूँ। मुझे आपकी समझ पर भरोसा है। यदि इन कहानियों में कहने लायक कुछ दीखे तो आप ही कहें।

लगभग सन्, ५८ से कहानियाँ लिख रहा हूँ, और मेरी कहानियों का यह पहला संकलन है! क्या इस संग्रह के नाम से इस स्थिति की भी कुछ व्यंजना होती है! यदि गुरुवर डॉ० दिनेश्वर प्रसाद की पहल और जयभारती प्रकाशन के स्वामी भाई जुग्गीलाल गुप्त जी का स्नेह न होता तो मेरी ये कहानियाँ अब भी असंकलित पड़ी होतीं। अब इनका असंकलित पड़ा रहना ही ठीक होता या इनका संकलित रूप में प्रकाशन ठीक हुआ, यह फैसला भी आप पर ही छोड़ता हूँ।

तो, अब मैं आपके और इस संग्रह की कहानियों के बीच से ओट हो जाऊँ; हालाँकि लेखक अपनी रचनाओं से अलग हो पाता भी कहाँ है!
इस पुस्तक के कुछ पृष्ठ यहाँ देखें।

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