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लोहगढ़

हरनाम दास सहराई

प्रकाशक : सरल प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2011
पृष्ठ :250
मुखपृष्ठ :
पुस्तक क्रमांक : 8525
आईएसबीएन :0

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लोहगढ़ पुस्तक का किंडल संस्करण...

Lohgarh - A Hindi Ebook By Harnam Das Sahrai

किंडल संस्करण


उस दिन गोदावरी मचल उठी थी, नदी ने भीषण तूफानी समुद्र का रूप ले लिया था, बल्कि उसने चण्डी रूप ही धारण किया था। शिव-मंदिर को ही वह मतवाली नदी निगल गई थी। कैसा हाहाकार! कैसा उत्पात!

वहीं गुरू गोविंदसिंह का केसरिया झण्डा लहराया था और वहीं साधकों, तपस्वियों की झोपड़ियों के बीच एक सुन्दरी मुस्कराई थी, वहीं मुगलों को करारी टक्कर का सामना करना पड़ा था, वहीं पाँच प्यारों ने जौहर दिखाया था...यह सब लोहगढ़ में हुआ था।
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