उपन्यास >> जस्ट फ्रैंड्स जस्ट फ्रैंड्ससुमरित शाही
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आसमान से तारे तोड़ लाने से लेकर कुछ भी कर गुज़रने का जुनून लिए टीनएजर्स की यह पीढ़ी आपके रू-ब-रू हो रही है।
वह उसके बारे में सब कुछ जानता है, उसकी प्रिय किताब से लेकर उसकी प्रिय...तक !
वह उसके बारे में सब कुछ जानती है, उसके मनपसंद सॉकर क्लब से लेकर मनपसंद एक्स-रेट्स वेबसाइट तक।
वह रात को तीन बजे भी उसका इंग्लिश का होमवर्क पूरा करेगा। वह उसके लिए क़ीमती सूट जुटाएगी, भले ही उसके लिए उसे बदसूरत लड़कों से फ़्लर्ट ही क्यों न करना पड़े।
वह अपने पर्स में उसकी तसवीर रखता है।
वह उसके नंबर को स्पीड़ डायर पर रखती है।
वे हमेशा एक-दूसरे से बातें करते हैं।
वे जब एक-दूसरे से बात नहीं करते, तो एक-दूसरे के बारे में बात करते हैं। उन्होंने एक साथ अनगिनत क्लासें बंक की हैं।
वे एक-दूसरे के बिना रह नहीं सकते।
पर फिर भी –
वे एक-दूसरे को प्यार नहीं करते।
वे हैं ‘जस्ट फ़्रैण्ड्स’...
टीनएजर्स हमेशा सपनों में जीते हैं। उड़ान भरते हैं, जैसे कि एक प्लेन, जो आकाश को छूता है और धरती पर उतर कर दौड़ लगाता है, रनवे पर दौड़ता है। यह उम्र आकार देती है; मन की दुनिया को, उलझनों और चुनौतियों का सामना करती है।
यह एक ऐसी उम्र है, जो ‘लव’ और ‘लस्ट’ के बीच की यात्रा बन जाती है, जब दोस्ती, प्यार की धड़कने और एक-दूसरे को पाने की लालसाएं आपके भीतर अहसासों को जगा देती हैं।
दो टीनएजर्स की दास्तान है, जो परस्पर जीने की, पसंद की, सीखने की, कुछ-कुछ छूट जाने की, प्यार भरी उमंगों की और एक-दूसरे के ताप व स्पर्श की कहानी सुनाते हैं। आसमान से तारे तोड़ लाने से लेकर कुछ भी कर गुज़रने का जुनून लिए यह पीढ़ी आपके रू-ब-रू हो रही है।
आइए, पढ़ें और जानें कि क्या एक लड़का और लड़की हो सकते हैं, ‘जस्ट फ़्रैण्ड्स’...!
वह उसके बारे में सब कुछ जानती है, उसके मनपसंद सॉकर क्लब से लेकर मनपसंद एक्स-रेट्स वेबसाइट तक।
वह रात को तीन बजे भी उसका इंग्लिश का होमवर्क पूरा करेगा। वह उसके लिए क़ीमती सूट जुटाएगी, भले ही उसके लिए उसे बदसूरत लड़कों से फ़्लर्ट ही क्यों न करना पड़े।
वह अपने पर्स में उसकी तसवीर रखता है।
वह उसके नंबर को स्पीड़ डायर पर रखती है।
वे हमेशा एक-दूसरे से बातें करते हैं।
वे जब एक-दूसरे से बात नहीं करते, तो एक-दूसरे के बारे में बात करते हैं। उन्होंने एक साथ अनगिनत क्लासें बंक की हैं।
वे एक-दूसरे के बिना रह नहीं सकते।
पर फिर भी –
वे एक-दूसरे को प्यार नहीं करते।
वे हैं ‘जस्ट फ़्रैण्ड्स’...
टीनएजर्स हमेशा सपनों में जीते हैं। उड़ान भरते हैं, जैसे कि एक प्लेन, जो आकाश को छूता है और धरती पर उतर कर दौड़ लगाता है, रनवे पर दौड़ता है। यह उम्र आकार देती है; मन की दुनिया को, उलझनों और चुनौतियों का सामना करती है।
यह एक ऐसी उम्र है, जो ‘लव’ और ‘लस्ट’ के बीच की यात्रा बन जाती है, जब दोस्ती, प्यार की धड़कने और एक-दूसरे को पाने की लालसाएं आपके भीतर अहसासों को जगा देती हैं।
दो टीनएजर्स की दास्तान है, जो परस्पर जीने की, पसंद की, सीखने की, कुछ-कुछ छूट जाने की, प्यार भरी उमंगों की और एक-दूसरे के ताप व स्पर्श की कहानी सुनाते हैं। आसमान से तारे तोड़ लाने से लेकर कुछ भी कर गुज़रने का जुनून लिए यह पीढ़ी आपके रू-ब-रू हो रही है।
आइए, पढ़ें और जानें कि क्या एक लड़का और लड़की हो सकते हैं, ‘जस्ट फ़्रैण्ड्स’...!
दो शब्द
टीनएज – किसी की भी जीवन यात्रा में ये वर्ष सबसे अधिक उलझाव से भरे, चुनौती पूर्ण पर फिर भी अन्तर्दृष्टि से भरपूर होते हैं।
एक ऐसी उम्र जहां पलक झपकते ही समीकरण बदल जाते हैं। जहां सब कुछ ‘एल’ से आरम्भ होता है और ‘एल’ पर ही समाप्त होता है, फिर चाहे वह लव हो या लस्ट ! जब दोस्त आपकी सांसें और आप उनकी आत्मा बन जाते हैं।
आइए, उन्हीं सालों को एक बार फिर से महसूस करें और जीएं...यहां दो टीनएज़र्स की दास्तान दी गई है, वे एयरपोर्ट पर बैठे लिविंग, लाइकिंग, लस्टिंग, लविंग, लूज़िंग, लर्निंग... की कहानी सुनाते हैं और अनजाने में ही दूसरे के लिए जवाब बन जाते हैं, एक बड़ा सवाल जो सामूहिक तौर पर दोनों के ही जीवन को डस रहा है। ‘क्या एक लड़का और लड़की सिर्फ दोस्त हो सकते हैं ?
एक ऐसी उम्र जहां पलक झपकते ही समीकरण बदल जाते हैं। जहां सब कुछ ‘एल’ से आरम्भ होता है और ‘एल’ पर ही समाप्त होता है, फिर चाहे वह लव हो या लस्ट ! जब दोस्त आपकी सांसें और आप उनकी आत्मा बन जाते हैं।
आइए, उन्हीं सालों को एक बार फिर से महसूस करें और जीएं...यहां दो टीनएज़र्स की दास्तान दी गई है, वे एयरपोर्ट पर बैठे लिविंग, लाइकिंग, लस्टिंग, लविंग, लूज़िंग, लर्निंग... की कहानी सुनाते हैं और अनजाने में ही दूसरे के लिए जवाब बन जाते हैं, एक बड़ा सवाल जो सामूहिक तौर पर दोनों के ही जीवन को डस रहा है। ‘क्या एक लड़का और लड़की सिर्फ दोस्त हो सकते हैं ?
सुमरित शाही
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