अतिरिक्त >> उसका यौवन उसका यौवनममता कालिया
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उसका यौवन पुस्तक का आई पैड संस्करण
आई पैड संस्करण
एक ओर जहाँ पत्र-पत्रिकाओं में कहानी की बढ़ती माँग और आपूर्ति ने रचनात्मक दायित्व व प्रतिभा के समस्त सृजनशील, प्रतिबद्ध, प्रतिमान हिला डाले हैं वहीं दूसरी ओर व्यावसायिक तलछट निकल जाने के कारण समकालीन कहानी का सार्थक विकास-क्रम कुछ और स्पष्ट हुआ है। हिन्दी कथा साहित्य के प्रबुद्ध प्रवाह में जिन रचनाकारों की महत्वपूर्ण भूमिका है, उनमें ममता कालिया का नाम लिया जाता है, ममता कालिया की कहानियाँ व्यापक सरोकार की कहानियाँ हैं। ये कहानियाँ सात समन्दर पार के किसी मायालोक की सैर नहीं करातीं वरन् दिनों-दिन कठोर होती जा रही स्थितियों में भारतीय परिवारों का रोजनामचा पेश करती हैं। इनमें एक खुलापन, सहृदयता, दोस्ताना अन्दाज, संवेदना की एकनिष्ठा तथा जिन्दगी के सर्द-गर्म लमहे शब्द-शब्द में अंकित है। रोज-रोज की प्रिय/अप्रिय स्थितियों की अभिव्यक्ति और उनसे भिड़न्त के अन्दाज में संघर्ष ममता के रचना संहार का मर्म है।
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