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गीता प्रेस, गोरखपुर >> भक्त बालक

भक्त बालक

हनुमानप्रसाद पोद्दार

प्रकाशक : गीताप्रेस गोरखपुर प्रकाशित वर्ष : 2006
पृष्ठ :49
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 882
आईएसबीएन :81-293-0517-8

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भगवान् की महिमा का वर्णन...

Bhakt Balak - a Hindi Book by Hanuman Prasad Poddar

॥ श्रीहरिः।।

निवेदन

भगवान्के प्यारे भक्तोंके जीवनकी मीठी-मीठी बातोंको पढ़ने-सुननेसे आनन्द तो होता ही है, साथ ही हृदयके मल नष्ट होकर उसमें भगवान्की प्रेमा-भक्तिका अंकुर भी दृढ़तासे जम जाता है। इसीसे भक्तोंकी छोटी-छोटी जीवनियाँ निकालनेका विचार किया गया है। इस संक्षिप्त ‘भक्त-चरितमाला' का यह पहला पुष्प है। इसमें पाँच कथाएँ हैं, जिनमें पहली और तीसरी भक्तमालके, दूसरी एक बँगला पुस्तकके तथा चौथी और पाँचवीं जैमिनीय अश्वमेधपुराणके आधारपर लिखी गयी हैं। इसका दूसरा पुष्प भी शीघ्र ही खिलनेवाला है।

सर्वसाधारणसे निवेदन है कि इन पुष्पोंकी मीठी और पवित्र सुगन्धसे अपने तन, वचन और मनको प्रफुल्लित एवं पवित्र करें।

– सम्पादक

 

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    अनुक्रम

  1. गोविन्द
  2. मोहन
  3. धन्ना जाट
  4. चन्द्रहास
  5. सुधन्वा

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