जीवनी/आत्मकथा >> एक सैक्स वर्कर की आत्मकथा एक सैक्स वर्कर की आत्मकथानलिनी जमीला
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सैक्स वर्कर होने के साथ-साथ नलिनी जमीला एक बेटी, पत्नी, माँ, व्यावसायिक महिला और सोशल वर्कर भी हैं।
Ek Sex Worker ki Aatmakatha (Nalini Jameela)
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
यह पुस्तक है नलिनी जमीला की और यह है उनकी अपनी कहानी, उन्हीं की ज़ुबानी। पुस्तक के रूप में मलयालम में यह पहली बार प्रकाशित हुई, और सौ दिन के अन्दर ही इसके छह संस्करण प्रकाशित हो गये। अब तक अंग्रेजी और अन्य कई भाषाओं में यह प्रकाशित हो चुकी है। शायद ही किसी सैक्स-वर्कर ने अपने जीवन की कहानी इतने बेझिझक और बेबाक़ तरीके से कही हो। एक बेटी, पत्नी, माँ, व्यावसायिक महिला और सोशल वर्कर - और साथ में सैक्स वर्कर भी - ये उनके सभी पहलू इस आत्मकथा में उभर कर आते हैं।
यह आत्मकथा कभी रुलाती है तो कभी हँसाती है और कभी अपने दर्दनाक सच से आपको झकझोर कर रख देती है।
यह आत्मकथा कभी रुलाती है तो कभी हँसाती है और कभी अपने दर्दनाक सच से आपको झकझोर कर रख देती है।
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