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व्यवहारिक मार्गदर्शिका >> सफलता के सुर

सफलता के सुर

राजेश सूद

प्रकाशक : राजेश प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2013
पृष्ठ :210
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 8875
आईएसबीएन :9789351048039

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आज कौन सफल नहीं होना चाहता है? लेकिन सफलता पाने का कोई शार्टकट नहीं होता है.....

Ek Break Ke Baad

प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश

जिस तरह किसी मधुर संगीत रचना का प्रभावी संयोजन सुर, ताल, लय, स्वर, तान हत्यादि के सामंजस्य के विना नहीं हो सकता, उसी त्तरह सफलता पाने के लिए सकारात्मक सांच, आत्मविश्वास, दृढ इच्छाशक्ति, धैर्यं, उत्साह, एकाग्रता, ईमानदारी, मघुरवाणी इत्यादि जैसे कई गुणों का समन्वय आवश्यक है ।

आज कौन सफल नहीं होना चाहता है? लेकिन सफलता पाने का कोई शार्टकट नहीं होता है । सफलता कोई रास्ते पर पडी हुई चीज नहीं है जो किसी को भी किस्मत से अचानक मिल जाए। इसके लिए कडी मेहनत की जरूरत होती है। हर सफलता की राह कठिनाइयों के बीच से ही गुजरती है । परन्तु सफल होने से भी ज्यादा दुष्कर है सफलता बनाए रखना ।

प्रस्तुत पुस्तक में इस बात को समायोजित किया गया है कि स्थायी सफलता पाने के लिए आपको अपने अंदर कौन-कौन से गुणों का विकास कर उनका सामंजस्य स्यापित करना है जिससे सफलता की राह आसान हो सके ।


विषय सूची


1. सकारात्मक सोच
2. आत्म विश्वास
3. दृढ़ इच्छा शक्ति/दृढ़ संकल्प
4. धैर्य
5. निर्णय क्षमता
6. लक्ष्य निर्धारण
7. अवसर की खोज
8. समय का पाबंद
9. श्रवण कौशल
10. टीम भावना
11. तनाव पर नियंत्रण
12. स्वस्थ विचार
13. उत्साह
14. ईमानदारी
15. एकाग्रता
16. मधुर वाणी एवं वाणी पर संयम
17. नम्रता एवं सरलता
18. आत्मनियंत्रण/आत्म अनुशासन
19. निराशा से बचें, चिंता छोडे
20. आत्मनिर्भरता
21. असफलताओं एवं अनुभवों से सीख
22. स्वाध्याय करें
23. स्वआकलन
24. उच्च विचार
25. भयमुक्त
26. सफलता की ओर

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