| विविध >> कुपोषण - कुछ बुनियादी बातें कुपोषण - कुछ बुनियादी बातेंचिन्मय मिश्र
 | 
			 339 पाठक हैं | ||||||
कुपोषण के बारे में शायद हम कोई नई बात करने नहीं जा रहे....
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
कुपोषण के बारे में शायद हम कोई नई बात करने नहीं जा रहे हैं। हम कुपोषण के सामुदायिक स्तर पर प्रबंधन के लिए एक संयुक्त पहल कर रहे हैं। हम मानते हैं कि कुपोषण बैदा होने के तीन कारण हैं-
1. लगातार भोजन की अनुपलब्धता होना, खास तैर पर पोषक तत्वों वाला भोजन न मिलना।
2. बच्चों का बार-बार बीमार होना, और
3. विसंगतिपूर्ण सामाजिक व्यवहार, दैनिक व्यवहार और सामाजिक बहिष्कार की परिस्थितियाँ।
ये तीन कारण मिलकर कुपोषण - बीमारी - गरीबी - वंचितपन - मृत्यु का चक्र बनाते हैं। अब यदि कुपोषण के ये कारण हैं तो मतलब यह भी स्पष्ट है कि इस चक्र को तोड़ने वाला औजार कहीं बाहर से न आयेगा। इस औजार को हमें समाज के बीच ही तैयार और धारदार करना होगा।
			
		  			
			1. लगातार भोजन की अनुपलब्धता होना, खास तैर पर पोषक तत्वों वाला भोजन न मिलना।
2. बच्चों का बार-बार बीमार होना, और
3. विसंगतिपूर्ण सामाजिक व्यवहार, दैनिक व्यवहार और सामाजिक बहिष्कार की परिस्थितियाँ।
ये तीन कारण मिलकर कुपोषण - बीमारी - गरीबी - वंचितपन - मृत्यु का चक्र बनाते हैं। अब यदि कुपोषण के ये कारण हैं तो मतलब यह भी स्पष्ट है कि इस चक्र को तोड़ने वाला औजार कहीं बाहर से न आयेगा। इस औजार को हमें समाज के बीच ही तैयार और धारदार करना होगा।
| 
 | |||||
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
				No reviews for this book
			
			
			
		
 
 
		 





 
 
		 
 
			 

