व्यवहारिक मार्गदर्शिका >> सुखी जीवन के तीन सत्य सुखी जीवन के तीन सत्यसद्गुरु जग्गी वसुदेव
|
6 पाठकों को प्रिय 443 पाठक हैं |
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
अपनी पहली सेल्फ-हेल्प पुस्तक द्वारा सद्गुरु हमें जीवन में खुशहाल रहने, अच्छे स्वस्थ्य, शांति, आनंद और संतुष्टि पाने का रास्ता दिखाते हैं। इसकी अनोखी शैली और निजी जीवन से लिए गए प्रसंग इसे बेहद रोचक बनाते हैं। विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से यह पुस्तक कई तरह के कारगर और व्यावहारिक उपाय, तथा स्वयं आज़माए जाने वाले अभ्यास प्रस्तुत करती है। यह पुस्तक हर उस व्यक्ति के पास होनी चाहिए जिसने एक संपूर्ण मनुष्य बनाने का संकल्प लिया है।
एक शानदार कृति। यह पाठकों को सच्ची खुशहाली तक ले जाने वाली जटिल यात्रा का बहुत सरल तरीके से वर्णन करती है। इस पुस्तक को अवश्य पढ़ा जाना चाहिए।
एक शानदार कृति। यह पाठकों को सच्ची खुशहाली तक ले जाने वाली जटिल यात्रा का बहुत सरल तरीके से वर्णन करती है। इस पुस्तक को अवश्य पढ़ा जाना चाहिए।
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book