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गीता प्रेस, गोरखपुर >> मानव जीवन का लक्ष्य

मानव जीवन का लक्ष्य

हनुमानप्रसाद पोद्दार

प्रकाशक : गीताप्रेस गोरखपुर प्रकाशित वर्ष : 2003
पृष्ठ :250
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 963
आईएसबीएन :81-293-0119-9

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व्यक्ति के जीवन का प्रभाव सर्वोपरि होता है और वह अमोघ होता है परमार्थ पर बढ़ते हुए जिज्ञासुओं एवं साधकों का मंगल होना है।

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