गीता प्रेस, गोरखपुर >> मानव जीवन का लक्ष्य मानव जीवन का लक्ष्यहनुमानप्रसाद पोद्दार
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व्यक्ति के जीवन का प्रभाव सर्वोपरि होता है और वह अमोघ होता है परमार्थ पर बढ़ते हुए जिज्ञासुओं एवं साधकों का मंगल होना है।
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