लोगों की राय
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मूल्य: $ 39.95
सात भागों में, चन्द्रकांता व चन्द्रकांता-सन्तति की परम्परा में एक और कड़ी...
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मूल्य: $ 3.95
तहलका मचा देने वाला उपन्यास...
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मूल्य: $ 4.95
सुरेन्द्र मोहन पाठक का उपन्यास ‘घात’ (सस्ते, खुरदुरे कागज में)
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मूल्य: $ 5.95
‘जाल’ उसकी जान का जंजाल बन गया और राजनगर में एक ही शख्स था जो उसे जाल से, जंजाल से रिहाई दिला सकता था।...
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मूल्य: $ 5.95
धोखा देना और धोखा खाना इंसानी फितरत है, जो इस लानत से आजाद है वो जरूर जंगल में रहता है।...
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मूल्य: $ 5.95
खोटे सिक्के की खोटी तकदीर ने इस बार जीते को कहाँ ले जाकर पटका?...
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मूल्य: $ 5.95
वो किस बिसात का प्यादा था?
कौन था वो शातिर खिलाड़ी जो उसे मोहरे की तरह इस्तेमाल कर रहा था?...
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मूल्य: $ 5.95
गवाही गवाह के नहीं, इंस्पेक्टर नीलेश गोखले के गले की फांस बन गयी।
क्योंकि गवाह खास था...
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मूल्य: $ 5.95
अपनी सैलाब जैसी जिंदगी में ठहराव तलाशता अपने अतीत से शर्मिन्दा वर्तमान से आशंकित और भविष्य से आतंकित ऐसा शख्स क्राइम की दुनिया में एक ही था...
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मूल्य: $ 5.95
परमीत मेहरा को रंगीला राजा, मनचला, मजनू, छैला बाबू, रोमियो, कैसानोवा, प्लेब्वाय जैसे कई नामों से पुकारा जा सकता था...
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मूल्य: $ 4.95
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