लोगों की राय

भारतीय ज्ञानपीठ की पुस्तकें :

कव्वे और काला पानी

निर्मल वर्मा

मूल्य: $ 13.95

निर्मल वर्मा के भाव-बोध में एक खुलापन निश्चय ही है-न केवल ‘रिश्तों की लहूलुहान पीड़ा’ के प्रति, बल्कि मनुष्य के उस अनुभव और उस वृत्ति के प्रति भी, जो उसे ‘जिन्दगी के मतलब की खोज’ में प्रवृत्त करती है   आगे...

कहते हैं तब शहंशाह सो रहे थे

उमाशंकर चौधरी

मूल्य: $ 10.95

उमा शंकर की कविताएँ अपने मूल स्वर में राजनीतिक हैं और इनके विषय-वस्तु का क्षेत्र व्यापक है...   आगे...

कहनी अनकहनी

धर्मवीर भारती

मूल्य: $ 9.95

स्पष्ट विश्लेषण कथ्य की गहराई और मर्मभेदी दृष्टि के साथ एक चुहल-भरी आत्मीय शैली की जिन्दादिली ने इस लेखन को हिन्दी गद्य की एक मूल्यवान उपलब्धि बना दिया है।...   आगे...

कहाँ जा रहे है हम

अखिलन

मूल्य: $ 10.95

प्रस्तुत है तमिल अखिलन का उपन्यास...   आगे...

कहाँ पाऊँ उसे

समरेश बसु

मूल्य: $ 16.95

बांग्ला साहित्य में 'कालकूट' नाम से विख्यात श्री समरेश बसु का उपन्यास है

  आगे...

कहीं और

वीरेन्द्र कुमार जैन

मूल्य: $ 10.95

हिन्दी के सुप्रसिद्ध कथाकार एवं कवि वीरेन्द्र कुमार जैन के इस कविता-संग्रह में दार्शनिक भावबोध की अपूर्व उंचाई है…   आगे...

कागजी बुर्ज

मीरा कांत

मूल्य: $ 10.95

"परंपरा के ढहते बुर्जों और भूली हुई ज़िंदगियों के मूक संघर्षों का उद्घाटन।"

  आगे...

काँच के घर

हंसा दीप

मूल्य: $ 12.95

  आगे...

काटना शमी का वृक्ष पद्म पंखुरी की धार से

सुरेन्द्र वर्मा

मूल्य: $ 20.95

  आगे...

काठ का सपना

गजानन माधव मुक्तिबोध

मूल्य: $ 9.95

मुक्तिबोध के जीवन के अन्तिम समय तक उनके द्वारा लिखी गयी कुछ-एक श्रेष्ठ कहानियों का संग्रह है - ‘काठ का सपना’।   आगे...

‹ First1718192021Last ›   899 पुस्तकें हैं|

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: Undefined index: mxx

Filename: partials/footer.php

Line Number: 7

hellothai