शब्द का अर्थ
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अड़ान :
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पुं० [सं० अडृ=समाधान] १. अड़ने की अवस्था या भाव। २. अड़ने, ठहरने या रुकने का स्थान। पड़ाव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अड़ाना :
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स० [हिं० आड़] १. बीच में कोई चीज इस प्रकार फँसाना या लगाना कि किसी की गति या मार्ग रुक जाय। फँसाने या रोकने के लिए बीच में कुछ लगाना। २. बाधा या विघ्न उपस्थित करना। ३. उलझाना। ४. गिरती हुई चीज रोकने के लिए उसके नीचे टेक लगाना। पुं० वह लकड़ी जो गिरती हुई छत या दीवार आदि को गिराने से बचाने के लिए उसके नीचे लगाई जाती है। चाँड। टेक। पुं० [?] सम्पूर्ण जाति का एक राग जो आधी रात के समय गाया जाता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अड़ानी :
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स्त्री० [हिं० अड़ाना=अटकाना] १. वह चीज जो किसी क्रिया को रोकने के लिए उसके मार्ग में रखी या लगाई जाए। २. लकड़ी की वह गुल्ली जो खिड़कियों, दरवाजों आदि को बन्द होने से रोकने के लिए चौखट और पल्ले के बीच में लगाई जाती है। ३. कुश्ती का अडंगा नामक दाँव या पेच। |
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समानार्थी शब्द-
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