शब्द का अर्थ
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अनघ :
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वि० [सं० न-अघ, न० ब०] १. अघ से रहित। निष्पाप। निर्दोष। २. पवित्र। शुद्ध। ३.सुन्दर। ४. निरपराध। ५. शोकहीन। पुं+० [न० त०] १. वह जो पाप न हो। पुण्य। २. [न० ब०] विष्णु। ३. शिव। ४. उजली सरसों। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अनघरी :
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स्त्री० [हिं० अन=विरुद्ध+घरी=घड़ी] बुरी घड़ी या समय। कु-समय।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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अनघैरी :
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वि० [हिं० अन+घेरन] १. अपरिचित। २. जिसे बुलाया न गया हो। अनिमंत्रित। ३. जो बिना बुलाये कहीं पहुँचा हो। अनाहूत।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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अनघोर :
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वि० [हिं० अन+सं० घोर] जो घोर न हो। पुं० [सं० घोर ?] १. चुपके से। चुपचाप। २. अचानक। अकस्मात्।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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