शब्द का अर्थ
|
उत्पात :
|
पुं० [सं० उद्+पत् (गिरना)+घञ्] १. अचानक ऊपर की ओर उठना, कूदना या बढ़ना। २. अचानक होनेवाली कोई ऐसी प्राकृतिक घटना जो कष्टप्रद या हानिकारक सिद्ध हो सकती हो। जैसे—अग्नि-कांड, उल्कापात, बाढ़, भूकंप आदि। ३. दे० ‘उपद्रव’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्पात :
|
पुं० [सं० उद्+पत् (गिरना)+घञ्] १. अचानक ऊपर की ओर उठना, कूदना या बढ़ना। २. अचानक होनेवाली कोई ऐसी प्राकृतिक घटना जो कष्टप्रद या हानिकारक सिद्ध हो सकती हो। जैसे—अग्नि-कांड, उल्कापात, बाढ़, भूकंप आदि। ३. दे० ‘उपद्रव’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्पाती (तिन्) :
|
वि० [सं० उद्√पत्+णिनि] १. उत्पात या उपद्रव करनेवाला। २. पाजीपन या शरारत करनेवाला। उपद्रवी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्पाती (तिन्) :
|
वि० [सं० उद्√पत्+णिनि] १. उत्पात या उपद्रव करनेवाला। २. पाजीपन या शरारत करनेवाला। उपद्रवी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |