शब्द का अर्थ
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					उपकल्प					 :
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					पुं० [सं० अत्या० स,०] १. धन-संपत्ति। २. सामग्री। सामान। ३. दे० ‘अनुकल्प’।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उपकल्प					 :
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					पुं० [सं० अत्या० स,०] १. धन-संपत्ति। २. सामग्री। सामान। ३. दे० ‘अनुकल्प’।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उपकल्पन					 :
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					पुं० [सं० उप√कृप् (रचना करना)+ल्युट अन] कोई काम करने की तैयारी करना। (प्रिपरेशन)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उपकल्पन					 :
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					पुं० [सं० उप√कृप् (रचना करना)+ल्युट अन] कोई काम करने की तैयारी करना। (प्रिपरेशन)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उपकल्पना					 :
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					स्त्री० [सं० उप√कृप्+णिच्+युच् अन टाप्] दे० ‘परिकल्पना’।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उपकल्पना					 :
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					स्त्री० [सं० उप√कृप्+णिच्+युच् अन टाप्] दे० ‘परिकल्पना’।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उपकल्पित					 :
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					भू० कृ० [सं० उप√कृप्+क्त]=परिकल्पित।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					उपकल्पित					 :
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					भू० कृ० [सं० उप√कृप्+क्त]=परिकल्पित।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |