शब्द का अर्थ
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तिरा :
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पुं० [देश०] १. एक पौधा जिसके बीजों की गिनती तेलहन में होती है। २. उक्त पौधे के बीज। |
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समानार्थी शब्द-
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तिराठी :
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स्त्री० [?] निसोत। |
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तिरानबे :
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वि० [सं० त्रि+हिं० नब्बे] जो गिनती में नब्बे से तीन अधिक हो। पुं० उक्त के सूचक अंक या संख्या जो इस प्रकार लिखी जाती है–९३। |
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तिराना :
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स० [हिं० तिरना] १. तिरने (अर्थत् तरने या तैरने) मे प्रवृत्त करना। २. दे० ‘तारना’। |
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तिरास :
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पुं०=त्रास।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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तिरासना :
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अ० [सं० त्रासन] भयभीत या त्रस्त होना। स० भयभीत या त्रस्त करना। |
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तिरासी :
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वि० [सं० त्र्यशीति; प्रा० तियासिर्स] जो गिनती में अस्सी से तीन अधिक हों। पुं० उक्त के सूचक अंक या संख्या जो इस प्रकार लिखी जाती है–८३। |
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तिराहा :
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पुं० [हिं० तीन+फा० राह] वह स्थान जहां से तीन ओर रास्ते जाते या आकर मिलते हों। तिरमुहानी। |
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तिराही :
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वि० [हिं० तिराह एक प्रदेश] १. तिराह प्रदेश में बनने या होनेवाला। २. तिरहा प्रदेश संबंधी। स्त्री० उक्त प्रदेश में बननेवाली एक तरह की कटारी। क्रि० वि० [?] नीचे। |
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