शब्द का अर्थ
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तैत्तिर :
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पुं० [सं० त्तित्तिर+अण्] १. तीतर पक्षी। २. तीतरों का समूह। ३. गैंड़ा (पशु)। |
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समानार्थी शब्द-
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तैत्तिरिक :
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पुं० [सं० तैत्तिर+ठक्-इक] तीतर पकड़नेवाला बहेलिया। |
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तैत्तिरीय :
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स्त्री० [सं० तित्तिर+छण्-ईय] १. कृष्ण यजुर्वेद की छियासी शाखाओं में से एक जो आश्रेय अनुक्रमिका और पाणिनी के अनुसार तित्तिर नाम ऋषि प्रोक्त है। २. उक्त शाखा का एक प्रसिद्ध उपनिषद्। |
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तैत्तिरीयक :
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पुं० [सं० तैत्तिरीय+कन्] तैत्तिरीय शाखा का अनुयायी या अध्येता। |
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