शब्द का अर्थ
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त्रास :
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स्त्री० [सं०√त्रस् (डरना)+घञ्] १. ऐसा भय जिससे विशेष अनिष्ट, क्षति, हानि आदि की आशंका हो। २. कष्ट। तकलीफ। २. मणि। का एक अवगुण या दोष। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
त्रासक :
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वि० [सं०√त्रस्+णिच्+ण्वुल्-अक] १. त्रास देनेवाला। डरानेवाला। २. दूर करने या हटानेवाला। निवारक। |
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समानार्थी शब्द-
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त्रासन :
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पुं० [सं०√त्रस्+णिच्+ल्युट-अन] [वि० त्रासनीय] त्रास देने अर्थात् डराने का कार्य। वि०=त्रास देने या डरानेवाला । (यौ० के अन्त में)। |
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समानार्थी शब्द-
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त्रासना :
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स० [सं० त्रासन] किसी को त्रस्त या भयभीत करना। डराना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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त्रासित :
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भू० क० [सं०√त्रस्+णिच्+क्त] १. जिसे त्रास दिया गया हो। डराया-धमकाया हुआ। २. जिसे कष्ट पहुँचा या पहुँचाया गया हो। |
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त्रासी(सिन्) :
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वि० [सं०√त्रस्+णिच्+णिनि]=त्रासक। |
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समानार्थी शब्द-
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