| शब्द का अर्थ | 
					
				| लंगड़ा					 : | वि० =लँगडा। पुं० =लंगर। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| लँगड़ा					 : | वि० [फा० लंग०] [स्त्री० लँगड़ी, भाव० लँगड़ापन] १. जिसका एक पैर बेकार हो गया हो या टूटा हो। २. पैर में किसी प्रकार का कष्ट, दोष या विकार होने के कारण जो लचककर चलता हो। ३. जिसका कोई एक आधार नष्ट या विकृत हो गया हो, और इसीलिए जो ठीक तरह से या सीधा खड़ा न रह सकता हो। ३. (पैर) जो टूटने के कारण या किसी और प्रकार का टेढ़ा हो गया हो। पुं० पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा बिहार में होनेवाला एक प्रकार का बढ़िया मीठा आम और उसका पेड़। | 
			
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				| लँगड़ाना					 : | अ० [हिं० लंगड़ी] चोट आदि के फलस्वरूप चलने में दोनों या चारों पैरों का ठीक-ठीक और बराबर न बैठना बल्कि किसी एक पैर का कुछ रुक या दबकर पड़ना। लँगड़े होने के कारण कुछ दबते और कुछ उचकते हुए चलना। | 
			
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				| लँगड़ापन					 : | पुं० [हिं० लँगड़ा+पन (प्रत्यय)] लँगड़े होने की अवस्था या भाव। | 
			
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