शब्द का अर्थ
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लँगोट :
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पुं० [सं० लिंग+पट] [स्त्री० लँगोटी] कमर में बाँधने का एक प्रकार का वस्त्र, जिससे केवल उपस्थ ढका जाता है। रुमाली। पद—लँगोट बंद। मुहावरा—लंगोट का ढीला=जो सुयोग मिलने पर पर-स्त्री से निस्संकोच संभोग कर सकता हो। लँगोट का सच्चा=जो कभी पर-स्त्री से संभोग न करता हो। |
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समानार्थी शब्द-
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लँगोट-बंद :
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वि० [हिं०] [भाव० लँगोटबंदी] जिसने स्त्री-संभोग या पर-स्त्री संभोग न करने की प्रतिज्ञा कर रखी हो। |
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समानार्थी शब्द-
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लँगोटा :
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पुं० =लँगोट। |
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समानार्थी शब्द-
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लँगोटी :
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स्त्री० [हिं० लँगोट] १. छोटा लँगोट। २. वह छोटा-सा कपड़ा, जो बच्चों की कमर में उपस्थ आदि ढकने के लिए बाँधा जाता है। पद—लँगोटिया यार=उस समय का मित्र जब कि दोनों लंगोटी बाँधकर फिरते थे। बचपन का मित्र। ३. गरीबों, साधुओं आदि के पहनने का बहुत छोटा पतला वस्त्र। कोपीन। पद—लँगोटी में मस्त=पास में कुछ न रहने पर भी प्रसन्न रहनेवाला। मुहावरा—लँगोटी पर फाग खेलना=पास में कुछ भी न होने पर या बहुत ही कम धन होने पर भी आनंद-मंगल और भोग-विलास करना। (किसी की) लँगीटी बँधवाना=बहुत दरिद्र कर देना। इतना धनहीन कर देना कि पास में पहनने की लँगोटी के सिवा और कुछ न रह जाय। (किसी की) लँगोटी बिकवाना=इतना दरिद्र कर देना कि पहनने को लँगोटी तक न रह जाय। |
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