| शब्द का अर्थ | 
					
				| लपट					 : | स्त्री० [सं० लोक, हिं० लौ+पट=विस्तार] तेज आग जलने पर उसमें से निकलकर ऊपर उठनेवाली जलती हुई वायु की लहर। आग की लौ। अग्नि लिखा। क्रि० प्र०—उठना।—निकलना। २. तपी हुई या लू का रह-रहकर आनेवाला झोंका। जैसे—जेठ में दोपहर को आग की लपटें लगती हैं। क्रि० प्र०—आना।—लगना। ३. किसी प्रकार की गंध से भरा हुआ वायु का झोंका। जैसे—क्या अच्छी गुलाब की लपट आ रही है। स्त्री० =लिपट। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| लपटना					 : | अ०=लिपटना। | 
			
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				| लपटा					 : | पुं० [हिं० लपसी] १. गाढ़ी गीली वस्तु। २. कड़ी। ३. लपसी। ४. लेई। ५. थोडा बहुत लगाव या संबंध। | 
			
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				| लपटाना					 : | स०=लिपटाना। अ, ०=लिपटाना। स०=लपेटना। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| लपटीला					 : | वि० [हिं० लपटना] [स्त्री० लपटीली] रह-रहकर लपटनेवाला। वि० =रपटीला। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| लपटौआँ					 : | पुं० [हिं० लपटना] एक प्रकार की घास जिसके बाल कपड़ों में लिपटकर फँस जाते हैं। | 
			
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