शब्द का अर्थ
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लाँघन :
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स्त्री० [हिं० लाँघना] १. लाँघने या लाँघे जाने की अवस्था, क्रिया या भाव। जैसे—बच्चे पर लाँघन पड़ना। २. वह स्थिति जिसमें कोई चीज या जगह किसी ने लाँघी हो। जैसे—ऐसी औरतों की तो लाँघन भी बचानी चाहिए, अर्थात् उनकी लाँघी हुई चीज या जगह भी नहीं लाँघनी चाहिए। क्रि० प्र०—पड़ना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
लाँघना :
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स० [सं० लंघन] १. डग भरकर या छलाँग लगाकर अवकाश, या स्थान पार करना। जैसे—घोड़े का नाला लाँघना। २. डग भर कर या छलाँग लगाकर किसी खाद्य वस्तु के ऊपर से होकर जाना जो अनुचित माना जाता है। जैसे—किसी की थाली लाँघना। ३. अवकाश, स्थान आदि को पीछे छोड़ते हुए आगे निकलना। जैसे—गाड़ी पहाड़ों को लाँघती हुई जा रही थी। ४. नर पशु का मादा के साथ संभोग करना। जैसे—यह घोड़ी अभी लाँघी नहीं गई है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
लाँघनी उड़ी :
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स्त्री० [हिं० लाँघना+उड़ी=कुदान] मालखंभ की एक प्रकार की कसरत। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |