| शब्द का अर्थ | 
					
				| लान					 : | पुं० [अं० लॉन] वह समतल मैदान जिसमें घास उगी हुई हो। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| लान-टेनिस					 : | पुं० [अं०] गेंद का एक प्रकार का खेल जो लॉन अर्थात् छोटे मैदान में खेला जाता है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| लानंग					 : | पुं० [देश] एक प्रकार का अंगूर जो कमाऊँ और देहरादून में होता है। इससे अर्क निकाला और शराब बनाई जाती है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| लानत					 : | स्त्री० [अ० लअनत] दूषित या निन्दनीय आचरण या व्यवहार करने पर किसी को कही जानेवाली तिरस्कारपूर्ण बातें। क्रि० प्र०—देना।—पड़ना०-भेजना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| लानती					 : | वि० [हिं० लानत+ई (प्रत्यय)] १. जो सदा लानत मलमत सुनने का अभ्यस्त हो। सदा फटकार सुननेवाला। २. परम निन्दनीय और घृणित दुराचारी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| लाना					 : | स० [हिं० लेना+आना, ले आना] १. कोई वस्तु उठाकर या व्यक्ति को अपने साथ चलाकर कही से ले आना या पहुँचना। संयो० क्रि०—देना। २. समक्ष या सामने लाकर उपस्थित करना। जैसे—किसी के सामने कोई मामला या विषय लाना। २. उत्पन्न या पैदा करना। स० [हिं० लाय=आग (प्रत्यय़)] आग लगाना। जलाना। स० [हिं० लगाना] १. संलग्न करना। लगाना। दिन लगाना उदाहरण—मन सुख पैहो हरि चित लाए। २. समय व्यतीत करना। दिन लगाना। उदाहरण—हरि गए परदेश बहुत दिन लाए री। पुं० किसी पर लगाया हुआ अपना दोष या लांछन। जैसे—किसी पर लाने लगाना। क्रि० प्र०—लगाना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| लाना-बंदी					 : | स्त्री० [हिं० लाना=लगाना+फा० बंदी] खेत की वह पैमाइश जो जोते जानेवाले हलों की संख्या के विचार से की जाती है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| लाने					 : | अव्य० [हिं० लाना=लगाना] वास्ते। (लिए बुदेल०) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |