| शब्द का अर्थ | 
					
				| लोभ					 : | पुं० [सं०√लुभ् (लोभ करना)+घञ्] [स्त्री० लुब्ध, लोभी] १. दूसरे की चीज पाने या लेने की प्रबल कामना या लालसा। २. कुछ प्राप्त करने की ऐसी प्रबल लालसा जिसकी पूर्ति हो जाने पर भी तृप्ति या संतोष न हो। पूरी हो जाने पर भी बनी रहनेवाली कामना या लालसा (ग्रीड)। ३. जैन धर्म से वह कर्म जिसके फलस्वरूप मनुष्य किसी प्रकार का त्याग नहीं कर सकता। ४. कंजूसी। ५. कृपणता। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| लोभन					 : | पुं० [सं०√लुभ्+ल्युट—अन] १. लालच। लोभ। २. सोना। स्वर्ण। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| लोभना					 : | अ० [हिं० लोभ] लुब्ध होना। मुग्ध होना। लुभाना। उदाहरण—भौंर चारों ओर रहे गंध लोभि के बार के।—भारतेन्दु। स० लुब्ध या मुग्ध करना। लुभाना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| लोभनीय					 : | वि० [सं०√लुभ्+अनीयर्] १. जिसके प्रति लोभ हो सके। २. लुभानेवाला। मनोहर। आकर्षण। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| लोभाना					 : | अ० स०=लुभना। वि० =लुभावनी। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| लोभार					 : | वि० =लुभावना। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| लोभित					 : | भू० कृ० [सं०√लुभ्+णिच्+क्त] लुभाया हुआ। जो लुब्ध किया गया हो। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| लोभी (भिन्)					 : | वि० [सं० लोभ+इनि] १. जिसे किसी बात का लोभ हो। २. जो प्रायः अधिक लोभ करता हो। लालची। ३. लुभाया हुआ। लुब्ध (ग्रीड़ी)। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| लोभ्य					 : | वि० [सं०√लुभ्+ण्यत्]=लोभनीय। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |