शब्द का अर्थ
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अग्न्य :
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वि० =अज्ञ।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अग्न्यगार :
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पुं०=अग्न्यागार। |
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समानार्थी शब्द-
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अग्न्यस्त्र :
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पुं०=आग्नेय अस्त्र। |
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अग्न्यागार :
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पुं० [सं० अग्नि-आगार, ष० त०] यज्ञानि रखने का स्थान। |
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अग्न्याधान :
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पुं० [सं० अग्नि, ष० त०] पेट में जठराग्नि का स्थान। पेट के अन्दर का वह स्थान जिसमें भोजन पचाने वाली अग्नि रहती है। पक्वाश्य। (पैनक्रियास) |
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अग्न्युत्पात :
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पुं० [सं० अग्नि-उत्पात, ष० त०] १. ऐसी आग लगाना जिससे बहुत उत्पाति या हानि हो। अग्निकांड। २. आकाश से उल्काएँ गिरना। |
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