शब्द का अर्थ
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अमित्र :
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वि० [सं० न० त०] १. जो मित्र न हो। २. बैरी। शत्रु। वि० [न० ब०] जिसका कोई मित्र न हो। मित्र-हीन। पुं० मित्र न होने का भाव। |
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समानार्थी शब्द-
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अमित्रखाद :
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पुं० [सं० अमित्र√खाद् (खाना)+अण्] इंद्र। |
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अमित्रघाती (तिन्) :
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वि० [सं० अमित्र√हन्(हिंसा)+णिनि] वैरी या शत्रु का नाश करनेवाला। |
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अमित्राक्षर :
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पुं० [सं० अमित्र-अक्षर, ब० स०] ऐसा छंद जिसमें मात्राओं की गणना पर विचार न होता हो। |
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अमित्री :
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वि० [सं० अमित्र्य] १. जो मित्रों जैसा न हो। जैसे—अमित्री व्यवहार। २. शत्रुतापूर्ण। ३. विरोधी। |
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