शब्द का अर्थ
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असंत :
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वि० [सं० अ+हिं० संत] १. जो ईश्वर-भक्त, संत या साधु न हो। २. जो सज्जन या भला न हो; अर्थात् दुष्ट या बुरा। |
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समानार्थी शब्द-
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असंतति, असंतान :
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वि० [सं० न० ब०] जिसे संतान या औलाद न हो। जिसके आगे बाल-बच्चे न हों। |
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असंतुष्ट :
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वि० [सं० न० त०] १. जो संतुष्ट न हो। अप्रसन्न या रुष्ट। २. जिसे किसी कार्य, बात आदि से संतोष न हुआ हो। |
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असंतुष्टि :
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स्त्री [सं० न० त०] असंतुष्ट होने की अवस्था या भाव। असंतोष। |
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असंतोष :
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पुं० [सं० न० त०] [वि० असंतुष्ट, असंतोषी] १. संतोष का अभाव। २. वह स्थिति जिसमें किसी काम, चीज या बात से मनुष्य का मन नहीं भरता; अथवा काम या बात यथेष्ट नहीं जान पड़ती; और इसी लिए वह खिन्न या रुष्ट हो जाता है। (डिस्सैटिस्फैक्शन) |
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असंतोषी (षिन्) :
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वि० [सं० न० त०] जिसका कभी संतोष न होता हो। सदा कुछ और की कामना रखनेवाला। |
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