शब्द का अर्थ
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निरुद्ध :
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वि० [सं० नि√रुद्ध (रोकना)+क्त] [भाव० निरोध] १. जिसका निरोध किया गया हो। २. रुका या रोका हुआ। ३. बन्धन में डाला या पड़ा हुआ। पुं० योग में वर्णित पाँच प्रकार की मनोवृत्तियों में से एक, जिसमें चित्त अपनी कारणीभूत प्रकृति में मिलकर निश्चेष्ट हो जाता है। |
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समानार्थी शब्द-
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निरुद्ध-प्रकाश :
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पुं० [ब० स०] एक प्रकार का रोग, जिसमें मूत्रद्वार बंद-सा हो जाता है और पेशाब बहुत रुक-रुककर होता है। |
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समानार्थी शब्द-
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निरुद्धकंठ :
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वि० [ब० स०] १. जिसका दम घुट गया हो। २. जिसका गला (आवेश, मनोवेग आदि के कारण) रुँध गया हो और इसी लिए जिससे स्पष्ट उच्चारण न निकलता हो। |
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निरुद्धगुद :
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पुं० [ब० स०] पेट में मल जमा होने या रुकने का एक रोग। |
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