शब्द का अर्थ
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नीचा :
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वि० [सं० नीच] [स्त्री० नीची, भाव० नीचाई] १. जो किसी प्रसम धरातल या स्तर से निम्न स्तर पर स्थित हो। जैसे–नीची जमीन, नीची सड़क। पद–नीचा-ऊँचा=कहीं से नीचा और कहीं से ऊँचा। ऊबड़-खाबड़। २. जो किसी की तुलना में कम ऊँचा हो अथवा जिसका विस्तार ऊपर की ओर कम हो। जैसे–नीची दीवार नीची टोपी। ३. झुका हुआ। नत। जैसे–नीचा सिर। ४. जिसका झुकाव या विस्तार नीचे की ओर हो। जैसे–नीची धोती, नीचा पाजामा। मुहा०–नीचा देना=पक्षी का झोंके या तेजी से सीधे नीचे की ओर आना। गोतना। उदा०–उठि ऊँचै नीचौ दयों मनु कलिंग झपि झौर।–बिहारी। ५. अधिकार, पद, मर्यादा आदि के विचार से जो औरों से घटकर हो। छोटा। जैसे–नीची अदालतें, नीची जाति। मुहा०–नीचा दिखाना=(क) तुच्छ ठहराना। (ख) परास्त करना। (ग) लज्जित करना। नीचा देखना=(क) तुच्छ ठहरना। (ख) परास्त होना। (ग) लज्जित होना। ६. स्वर आदि के संबंध में धीमा या मद्धिम। |
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समानार्थी शब्द-
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नीचाई :
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स्त्री० [हिं० नीचा] अपेक्षाकृत नीचे होने की अवस्था या भाव। निचान। |
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नीचान :
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स्त्री०=नीचाई। |
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नीचाशाय :
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वि० [सं० नीच-आशय, ब० स०] तुच्छ विचार का। क्षुद्र। ओछा। |
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