शब्द का अर्थ
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पटका :
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पुं० [सं० पट्टक] १. कमर में बाँधने का दुपट्टा या बड़ा रूमाल। कमरबन्द। मुहा०—(किसी का) पटका पकड़ना=(क) किसी काम या बात के लिए किसी को उत्तरदायी ठहराना। (ख) किसी से कुछ पाने या लेने के लिए आग्रह करना। (किसी काम के लिए) पटका बाँधना=किसी काम के लिए तैयार होना। कमर कसना। २. गले में डालने का दुपट्टा। ३. एक प्रकार का चारखाना या धारीदार कपड़ा। ४. दीवार के ऊपर की वह पट्टी जो शोभा के लिए कमरे में अन्दर की ओर बनाई जाती है। कँगनी। कारनिस। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पटकान :
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स्त्री० [हिं० पटकना] १. पटकने की क्रिया या भाव। क्रि० प्र०—देना। २. झटके या झोंके से किसी के द्वारा नीचे गिराये जाने का भाव। क्रि० प्र०—खाना। ३. पटके जाने के कारण होनेवाली पीड़ा। ४. छड़ी। डंडा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पटकार :
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पुं० [सं० पट√कृ (करना)+अण्] १. कपड़ा बुननेवाला। जुलाहा। २. चित्रपट बनानेवाला। चित्रकार। स्त्री० [हिं० पटकना] १. वह लंबी रस्सी, जिसे जमीन पर पटककर किसान लोग खेत की चिड़ियाँ उड़ाते हैं। २. उक्त रस्सी के पटके जाने पर होने वाला शब्द। |
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समानार्थी शब्द-
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