शब्द का अर्थ
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परिलेख :
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पुं० [सं० परि√लिख्+घञ्] १. चित्र का ढाँचा। रेखा-चित्र। खाका। २. चित्र। तसवीर। ३. चित्र अंकित करने की कूँची या कलम। ४. उल्लेख। वर्णन। ५. बड़े अधिकारियों के पास भेजा जानेवाला विवरण। (रिटर्न) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परिलेख :
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पुं० [सं० परि√लिख्+घञ्] १. चित्र का ढाँचा। रेखा-चित्र। खाका। २. चित्र। तसवीर। ३. चित्र अंकित करने की कूँची या कलम। ४. उल्लेख। वर्णन। ५. बड़े अधिकारियों के पास भेजा जानेवाला विवरण। (रिटर्न) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परिलेखन :
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पुं० [सं० परि√लिख्+ल्युट्—अन] १. किसी वस्तु के चारों ओर रेखाएँ बनाना। २. लिखना। ३. चित्र अंकित करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परिलेखन :
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पुं० [सं० परि√लिख्+ल्युट्—अन] १. किसी वस्तु के चारों ओर रेखाएँ बनाना। २. लिखना। ३. चित्र अंकित करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परिलेखना :
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स० [सं० परिलेख] कुछ महत्त्व का मानना या समझना। किसी लेखे में गिनना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
परिलेखना :
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स० [सं० परिलेख] कुछ महत्त्व का मानना या समझना। किसी लेखे में गिनना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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