शब्द का अर्थ
|
पर्वर :
|
प्रत्य० [फा०] पालन करनेवाला। परवर। पुं०=परवल (पौधा और उसका फल)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पर्वर :
|
प्रत्य० [फा०] पालन करनेवाला। परवर। पुं०=परवल (पौधा और उसका फल)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पर्वरिश :
|
स्त्री०=परवरिश। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पर्वरिश :
|
स्त्री०=परवरिश। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पर्वरीण :
|
पुं० [सं०=पर्परीण, पृषो० सिद्धि०] १. पर्व। २. मृत शरीर। लाश। ३. अभिमान। घमंड। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पर्वरीण :
|
पुं० [सं०=पर्परीण, पृषो० सिद्धि०] १. पर्व। २. मृत शरीर। लाश। ३. अभिमान। घमंड। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पर्वरुट (ह्र) :
|
पुं० [सं० पर्वन्√रुह् (उत्पत्ति)+क्विप्] अनार। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पर्वरुट (ह्र) :
|
पुं० [सं० पर्वन्√रुह् (उत्पत्ति)+क्विप्] अनार। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |