शब्द का अर्थ
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पिंजरा :
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पुं० [सं० पंजर] १. धातु, बाँस आदि की तीलियों का बना हुआ बक्स की तरह का वह आधान जिसमें पक्षी, पशु आदि बंद करके रखे जाते हैं। २. लाक्षणिक अर्थ में, ऐसा स्थान जहाँ से किसी का बाहर निकलना प्रायः असंभव या दुष्कर हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिंजरा :
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पुं० [सं० पंजर] १. धातु, बाँस आदि की तीलियों का बना हुआ बक्स की तरह का वह आधान जिसमें पक्षी, पशु आदि बंद करके रखे जाते हैं। २. लाक्षणिक अर्थ में, ऐसा स्थान जहाँ से किसी का बाहर निकलना प्रायः असंभव या दुष्कर हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिंजरापोल :
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पुं० [हिं० पिंजरा+पोल=फाटक] १. पशुशाला। २. गोशाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पिंजरापोल :
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पुं० [हिं० पिंजरा+पोल=फाटक] १. पशुशाला। २. गोशाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |