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शब्द का अर्थ
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फिट :
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वि० [अ० फ़िट] १. उपयुक्त। ठीक। मुनासिब। २. जिसके सब अंग-उपांग या कल-पुरजे बिलकुल ठीक या दुरुस्त हों। हर तरह से तैयार। मुहावरा—(कल या मशीन) फिट करना=यंत्र के पुरजे आदि यथा-स्थान बैठकर उसे ठीक तरह से काम करने के योग्य बनाना। ३. जो नाप आदि के विचार से ठीक या पूरा हो अपने स्थान पर ठीक बैठनेवाला। उपयुक्त। जैसे—उन्हें यह जूता फिट आयेगा। पुं० मिरगी आदि रोगों का वह दौरा जिसमें आदमी बेहोश हो जाता है और उसके मुँह से झाग आदि निकलने लगती है। स्त्री०=फिटकार। |
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समानार्थी शब्द-
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फिटकार :
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स्त्री० [हिं० फिट (अनु०)+कार (प्रत्य०)] १. धिक्कार। लानत। क्रि० प्र०—खाना।—देना।—पड़ना। सुनना। मुहावरा—मुँह पर फिटकार बरसना=चेहरा बहुत ही फीका या उत्तर हुआ होना मुख की कांति न रहना। श्रीहत होना। (किसी को) फिटकार लगाना=किसी के फिटकारने का परिणाम दिखायी देना। २. हलकी मिलावट। |
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समानार्थी शब्द-
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फिटकिरी :
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स्त्री० [सं० स्फटिक] सफेद रंग का एक प्रसिद्ध खनिज पदार्थ जो पत्थर के डले की तरह होता और प्रायः ओषध के काम आता है। (एलम) |
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समानार्थी शब्द-
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फिटकी :
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स्त्री० [अनु०] १. सूत के छोटे-छोटे फुचरे जो कपडे की बुनावट में निकले रहते हैं। २. छींटा। ३. फुटकी। स्त्री०=फिटकिरी। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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फिटन :
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स्त्री० [अं०] पुरानी चाल की एक तरह की चार पहियोंवाली बड़ी घोड़ा-गाड़ी जिसमें एक या दो घोड़े जोते जाते थे। |
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फिटर :
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पुं० [अं०] १. कलों के पुरजे दुरुस्त करने और यंत्रों में उन्हें यथास्थान बैठानेवाला मिस्त्री। २. वह दरजी जो सिले कपडों को किसी की नाप-जोख के बराबर करता हो। |
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समानार्थी शब्द-
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फिटसन :
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पुं० [देश] कठसेमल का छोटा वृक्ष जिसकी पत्तियाँ चारे के काम में आती है। |
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फिट्टा :
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वि० [हिं० फिट] जो फटकार खा-खाकर निर्लज्ज हो गया हो। फटकार खाने का अभ्यस्त। जैसे—फिट्टे मुँह। पद—फिट्टे मुँह-तुम्हारे मुँह पर फिटकार पड़। तुम्हें धिक्कार है। |
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